Friday, June 17, 2011

सपना ही सपना .......




वेकेशन होने की वजह से मेरी बीवी अपने माइके गइ थी. घर पर मै अकेला ही था. सुबह के केरीब 10.00 बजे थे. मै कोलेज के फाइनल यर के पेपर चेक कर रहा था. तभी डोर-बेल बजी. मैने जा के दरवाजा खोला तो सामने मेरे क्लास की एक स्टुडंट सपना खडी थी.

सपना हमारी कोलेज की शायद सबसे ज्यादा सेक्सी लडकी थी. करीब 5,6” की उचाइ, एकदम गोरी स्कीन, बूब्स 36” के ही होगे और गांड करीब 34” की. वो काफी लडकोसे मिलती जुलती रहती थी. लेकीन पढाइमे ज्यादा तेज नही थी.

मै 36” साल का, देखने मे काफी हेंडसम और कसरती बदनवाला हु. कोलेज की कइ लडकीयां मेरे पे मरती थी. लेकीन मै एक प्रोफेसर होने की वजह से अपनी इमेज ना खराब हो इस बात का ध्यान रखता हु. हा, फिर भी जहा कोइ रिस्क ना हो ऐसे मौके पर् 6-7 लडकीयो को चोद चुका था. मने मन ही मन मे कइ बार सपना को चोदने का सोचा था लेकीन वो मुजे मौका नही देती थी. मेरे से दूर ही रहती थी. लेकीन आज वो मेरे घर पर क्यु आइ थी?

’क्या बात है, सपना?’ मैने पुछा.

’क्या मै अन्दर आ शकती हु, सर?’ वो बोली.

‘ओह, क्यु नही’ मै रास्ते से हट गया. वो अन्दर आ गइ. मैने दरवाजा बन्द कर दिया