Friday, June 17, 2011

सपना ही सपना .......




वेकेशन होने की वजह से मेरी बीवी अपने माइके गइ थी. घर पर मै अकेला ही था. सुबह के केरीब 10.00 बजे थे. मै कोलेज के फाइनल यर के पेपर चेक कर रहा था. तभी डोर-बेल बजी. मैने जा के दरवाजा खोला तो सामने मेरे क्लास की एक स्टुडंट सपना खडी थी.

सपना हमारी कोलेज की शायद सबसे ज्यादा सेक्सी लडकी थी. करीब 5,6” की उचाइ, एकदम गोरी स्कीन, बूब्स 36” के ही होगे और गांड करीब 34” की. वो काफी लडकोसे मिलती जुलती रहती थी. लेकीन पढाइमे ज्यादा तेज नही थी.

मै 36” साल का, देखने मे काफी हेंडसम और कसरती बदनवाला हु. कोलेज की कइ लडकीयां मेरे पे मरती थी. लेकीन मै एक प्रोफेसर होने की वजह से अपनी इमेज ना खराब हो इस बात का ध्यान रखता हु. हा, फिर भी जहा कोइ रिस्क ना हो ऐसे मौके पर् 6-7 लडकीयो को चोद चुका था. मने मन ही मन मे कइ बार सपना को चोदने का सोचा था लेकीन वो मुजे मौका नही देती थी. मेरे से दूर ही रहती थी. लेकीन आज वो मेरे घर पर क्यु आइ थी?

’क्या बात है, सपना?’ मैने पुछा.

’क्या मै अन्दर आ शकती हु, सर?’ वो बोली.

‘ओह, क्यु नही’ मै रास्ते से हट गया. वो अन्दर आ गइ. मैने दरवाजा बन्द कर दिया

मै जा के सोफे पर बैठ गया जहा बैठ के मै पेपर चेक कर रहा था. वो मेरे सामने वाले सोफे पर एक पैर पर दुसरा पैर चडा के बैठ गइ, जैसे आमतौर प लडकिया बैठती है. उसने मिनिस्कर्ट और टी-शर्ट पहनी थी.

’वताओ क्या बात है?’ मैने पुछा.

’देखैये सर, मै जानती हु की मै पढाइ मे थोडी विक हु और मेरे कुछ पेपर अच्छे नही रहे है. लेकीन मेरा पास होना बहुत ही जरुरी है’ उसने कहा. ‘मेरी मंगनी हो गइ है और अगर मै पास नही हुइ तो मेरी शादी नहीं होगी’.

’ठीक है. लेकीन उसमे मे क्या कर शकता हु?’
  
’आप सबकुछ कर शकते है’ उसने मेरे सामने पडे पेपर को देखते हुए कहा.

’देखो सपना, वो तो तुमने तो पेपर मे लिखा है उस हिसाब से तुमे मार्क मिलेगा’ मैने कहा.

’प्लिज़ सर, मेरा पास होना बहुत ही जरुरी है’ वो बोली ‘मै पास होने के लिये कुछ भी करने के लिये तैयार हु’ कहते हुए उसने अपने पैर खोल के फिर क्रोस किये. उसने ये कुछ ऐसे किया के मै आराम से उसकी ब्लेक पेंटी देख शकु. मै समझ गया की वो क्या कहाँ रही है. मैने मन ही मन मे सोचा की आज तो ये मेरे से शायद चुदेगी. लेकीन मै अपनी और से कोइ रिस्क नही लेना चाहता था.


’देखो सपना, मै ऐसे ही तुम्हे मार्क नही दे शकता’ मैने बात को जान बुझ कर खिंचा.

‘सर, ऐसा क्यु कहते है. मै कहा ऐसे ही मार्क बढाने की लिये कहा रही हु. आप मेरा टेस्ट लिजिये और अगर आप के टेस्ट मे पास होती हु तो ही मुजे पास करना’ कहते हुए उसने अपने एक बोबे पर हाथ फेरा.

‘कैसा टेस्ट? टेस्ट तो हो गया और पेपर मेरे सामने पडे है’ मैने कहा.

’ओह सर, वो नही. वो टेस्ट जो एक जवान लडकी का अकेले मे लिया जाता है’ उसने अपने पैर फिर खोल दिये ता की मै फिर से उसकी गोरी गोरी जांघे देख शकु. अब मुजे लगा के कोइ रिस्क नही है और वो अपनी चुदाइ करवाने के लिये ही आइ हे.

’अच्छ, वो कैसा टेस्ट होता है?’ मैने एक हाथ से पेंट के उपर अपना लंड सहलाते हुए कहा.

’आप भी ना सर, बहुत भोले बनते है’ कहती हुइ वो उठी और बिल्कुल मेरे पास आ कर बैठ गइ. मैने एक हाथ उसके पिछे से उसके कंधे पर रखा और अपने पास और खींच लिया. फिर मैने उसका एक हाथ पकडा और अपने लौडे पर राख करा कहा ‘देख सपना, तेर टेस्ट तो मेरा ये लेगा, बोल मंजुर है?”

’सर, बिल्कुल मंजुर है’ वो मुस्कुराइ और धिरे से अपना हाथ मेरे लंड पर दबाया.

मैने एक हाथ उसके एक बोबे पर रखा और धिरे से उसे दबाया. मैने पाया के उसने अन्दर ब्रा नही पहनी थी. मैने उसके बोबे को जरा जोर से दबाया और निपल को भी भींचा. उसके मुह से एक सिसकी निकल गै. मैने मेरे होठे उसके होठ पर रख दिये औरे उसे चुसने लगा. बहुत ही सोफ्ट थे. मैने मेरी जीभ उसके मुह मे डाल दी, वो उसे चुसने लगी और मेरे लंडको पेंट की उपर से ही सहलाने लगी. मेरा लंड अब धिरे धिरे खडा हो रहा था. मैने अपना हाथ उसकी टी-शर्ट मे डाला. उसका नंगा बोबा मेरे हाथमे आ गया. मै उसे बेरहमी से जोर जोर से मसलने लगा. तीन साल से जीस माल का मै इंतझार करता था वो आज सामने से मेरे पास आया था और मै उसकी पुरी कसर नीकाल लेना चाहता था. उसको शायद थोडा दर्द हो रहा था लेकीन साथ मे मझा भी आ रहा था. उसने भी मेरे लौडे को और जोर से दबाना चालु कर दिया.

अब मैने उसकी ट-शर्ट उसके सर के उपर से निकाल दी. उसके दोनो एकदम गोरे गोरे 36” की साइझ के बूब्स मेरे सामने नंगे थे. दोनो बोबे पर डार्क पिंक कलरके निपल थे. उसके निपल तने हुए थे. मैने दोनो निपल को पकडा और जोर से दबाते हुए खिंचा. सपना के मुह से हल्की सी चीख निकल गै. ‘सर, प्लिज़ धीरे. दर्द होता है’ वो बोली.

’अरे मेरी रानी, यही तो टेस्ट की शरुआत है’ मैने उसके दोनो बोबो के पकडते हुए कहा और उसकी एक निपल मुह मे लेके चुसने लगा. मै उसका करीब आधा बोबा मेरे मुह मे ले के उसे चाट्ने लगा. फिर उसे बाहर निकाल कर दुसरे बोबे पर टुट पडा. बिच बिच मे उसेके बोबो को काट भी रहा था. करीब 15 मिनिट तक मैने जी भर कर उसेके दोनो बोबो का रसपान किया. उसके दोनो बोबे लाल हो गये थे. कइ जगह पर मेरे दांतो के हल्के निशान भी दीख रहे थी. उस दरम्यान वो प्यार से अपने हाथ से मेरे लंड्को सहला रही थी. जब मैने उसले बोबो को चुसना बंध किया तो वो दोनो हाथोसे अपने दोनो बोबो को सहलाते हुए शारारती अंदाज मे बोली ‘देखीये सर, क्या हाल कर दिया है आपने मेरे नाजुक बूब्स की”.

‘लेकीन तुझे भी मझा आया की नही’ मैने एक हाथ उसकी स्कर्ट मे डाल के उसकी एक जांघ सहलाते हुए कहा.

’मजा तो बहुत आया’

’अभी तो और बहुत मजा दुंगा तुजे मेरी रानी’ मेरा हाथ अब उसकी पेंटी तक पहुंच गया था. मैने होले से उसकी चुत को उपर से हे सहलाया. सपनाने भी मेरी पेंटकी ज़िप खोल दी और अपना हाथ अंदर डाला. मैने अंदर निकर पहनी थी. वो निकरकी उपर से मेरे लौडॆको सहलाने लगी. उसने हाथ् निकरकी साइड्से अंदर डाला और मेरे पेल्हड सहलाने लगी. मुजे बहुत मझा आ रहा था. मैने भी उसकी पेंटी की उपर से मेरा हाथ अन्दर डाल दिया और उसकी भोस को सहलाने लगा. उसकी चुत पर बिल्कुल बाल नही थी. इतनी चिकनी और साफ थी की मै समझ गया की उसने आजही झांटे साफ की है. मुजे बिना झांटोके पिकी(चुत) बहुत ही पसंद है. मैने थोडी देर उसकी चुतको सहलाया और फिर अचानक एक साथ दो उंगली उसकी चुत मे घुसेड दी. वो चीखती हुए सोफे पर करीब आधा फूट उपर हो गइ लेकीन मैने दुसरे हाथ से उसकी कन्धे पर जोर देके उसे फिर से बैठा दिया और फिर एक झटका दे के दोनो उंगलिया पुरी की पुरी उसकी पिकी मे घुसेड दी. वो फिर चिल्लायी और बोली ‘क्या कर रहे हो सर, दर्द होता है’.

’अरे अभी तो सिर्फ उंगली ही डाली है. जब ये 8 इंच का लौडा पेलुगा तो क्या होगा तेरा’ मैने उसकी चुत को उंगली से चोदते हुए कहा.

‘लेकीन आप ऐसे जोर् से क्यु करते जै. पहले मेरे बूब्सकी हालत खराब कर दी और अब मेरी चुतकी चटनी बना रहे हो’ उसने मेरा लौडा छोड दिय और खडी हो गैइ. मेरा हाथ पकड्के उसने अपनी चुतमे से मेरी उंगलीया निकाल दी और थोडी दूर जा के खडी हो गइ.

’देख सपना, मै तो ऐसे ही करता हु. मैने तो तुझे बुलाया नही. तु ही सामने से आइ है चुदने के लिये. अगर तुम्हे अच्छा नही लगता है तो तुम जा शकती हो’ मैने अपने पेंटको खोल दिया और अपना लंड बाहर निकालके हिलाने लगा. उसकी नजर मेरे तने हुए लौडे पर चिपक गइ. मै जानता था की एक बार वो मेरा लौडा देखेगी तो बीना चुदाये नही रह पायेगी. और उसे पास भी तो होना था.

‘ठीक है, सर, जैसा आप चाह’ वो बोली.

’ओ.के. देख रंडी, अब कोइ नाटक नही.’ मैने कहा ‘चल, अपने बाकी कपडे उतार और अपनी नंगी चुत मुजे दिखा’

उसनी अपना स्कर्ट निकाला और फिर धीरे धीरे पेंटी भी उतार दी. अब कोलेजकी सबसे सुंदर और सेक्सी लडकी मेरे सामने बिल्कुल नंगी खडी थी. दरम्यान मैने भी अपने कपडे उतार दिये थी. वो फटी आंखो से मेरा लम्बा मोटा लौडा और बडे बडे पेल्हड देख रही थी.

‘चल पिकी दिखा’ मैने अपना लंड पकडा और उसे हिलाने लगा.

’पिकी?’

’पिकी नही पता? ये तेरी जो चुत है उसे पिकी भी कहते है. चल दिखा’ मैने कहा

’अब नंगी तो खडी हु, और क्या दिखाउ?’ वो बोली.

‘अरे ऐसे नही. चुत खोल कर दिखा’ मैने कहा.

उसने अपनी टांगे फैलाइ और दोनो हाथोकी उंगली चुत के होठ पर रख के उसे खोला. माय, गोड. क्या चुत थी साली की. गोरे गोरे होठो के बिच मे एकदम गुलाबी. मेरे लंड ने एक जोरदार झटका मारा.
  
’वाव, मस्त पिकी हए तेरी तो. चुदाइ मे बडा मझा आयेगा’ मैने कहा. ‘चल अब इधर आ’.

वो मेरे पास आइ. मैने उसके दोनो हाथ पकड मे मेरे सामने निचे बैठा दिया और दोनो हाठ मेरे लौडॆ पर रख दिये. उसने एक हाथ से लंड और दुसरे हाथ से पेरे पेल्हड पकड लिये और सहलाने लगी. थोडी देर के बाद मैने एक हाथ उसके सर पर रखा और उसका चेहरा मेरे लौडे के पास के गया. वो समझ गयी और अपना चेहरा दूर करते हुए बोली ‘नही, मै मुह मे नही लुंगी. मैने कभी नही लिया’

’तो आज ले ले’ कहते हुए मैने फिर से उसके चहरे को लंड के पास दबाया. उसने फिर से चेहरा दूर हटा दिया. मैने एक थप्पड उसके गाल पर लगाया ‘साली बेनचोद, फिर से नाटक कर रही है. चुस मेरा लंड’ कहते हुए मैने उसके बाल जोर से पकडे और दुसरे हाथ से अपना लौडा पकड कर उसके होठो पर लगा दिया. उसकी आंखोसे आंसु निकल गये. मैने जोर से उसके बालो को खिंचा और कहा ‘ चल ले ले मुह मे और चुस एक अच्छी रंडी के तरह, नही तो घर जा.’

उसने अपना मुह खोला. मैने तुरंत हे लंड का टोपा उसके मुह मे डाल दिया. उसने टोपे पर जिभ फेराना शुरु किया. मैने थोडा और लंड उसमे मुह मे घुसेड दिया. वो चुसने लगी. अब शायद उसे भी मजा आ रहा था. मैने उसके बाल पकड रखे थे. फिर थोडा धक्का लगा के मैने थोडा और लौडा उसके मुह मे डाल दिया. उसने कोइ विरोध नही किया और चुसती रही.

‘देख,साली, अब कैसे रंडी की तरह चुस रही है, पहले क्यु नाटक करती थी’ कहते हुए मैने उसके सर को एक और धक्का दिय और पुरा लौडा उसके मुह मे ठुंस दिया. उसने बाहर निकाल ने की कोशीश की लेकीन मैने उसके बालो को जोर से पकड रखा था. अब मेरा पुरा का पुरा लौडा उसके मुह मे था. मैने करीब एक मिनीट तक ऐसे ही लंड उसके मुह मे दबाके रखा और फिर उसका सर ढीला छोड दिया. उसने झट से लौडा मुह से निकाल दिया और खांसने लगी. मैने उसके सर पर प्यार से हाथ फेरा और कहा ‘सोर्री बेबी, लेकीन मुजे नौंटॅकी पसन्द नही है. चल अब ठीक से चुस मेर लौडा’

वो भी अब गरम हो रही थी. उसने फिर से लंड मुह मे ले लिया और चुसने लगी. थोडी देर बाद लंड मुह से बाहर नीकाल कर उसने मेरे पेल्हड मुह मे ले लिये और चुसने लगी.

‘ओह, ‘ मैने कहा ‘ये तो बहुत ही मझा आ रहा है. कहा से सिखा है?’

’एक बार ब्लु-फिल्म मे देखा था’ वो बोली और फिर से मेरे लंड और पेल्हड को चाटने लगी. अब मेरा लौडा चुदाइ के लिये तैयार था. ‘चल अब तेरी पिकी की चुदाइ करता हु’ कहते हुए मै खडा हो गया. उसे भी खडा किया और सामने पडे डायनींग टेबल के पास ले गया. मैने उसे उठा के टेबल पर बिठा दिया और उसकी टांगे उपर उठाइ. वो टेबल पर ही लेट गइ. मैने उसकी दोनो टांगे उठाइ और एक उंगली उसकी चुत मे डाली. ओह, उसकी चुत मे से तो पानी छुट रहा था. लंड-चुसाइने उसे एक्दम गरम कर दिया था. मैने उंगली बाहर निकाल दी और लौड चुत पर रखा.

’प्लीझ, धीरे डालना, सर’ वो डरती हुए बोली,

’अरे तु डर मत. मै तेरी मस्त चुदाइ करुंगा’ कहते हुए मैने एक धक्का लगाय और करी 3 इंच लंड उसकी चुत मे डाल दिया. वो चीख पडी. मैने तुरंत ही दूसरा धक्का लगाया और करीब 6 इंच लौडा उसकी चुत् मे उतार दिया. वो फिर से जोर से चीखी. शायद पहले वो पतले और छोटे लंडो से चुदी होगी क्युकी उसकी चुत काफी टाइट थी.

‘मुझे नही पास होना, निकालो लंड मेरी चुत से’ वो चिल्लाने लगी.

’अरे अब तुजे कैसे छोड दु, साली रांड’ कहते हुए मैने एक और धक्का और लगाया और पुरा का पुरा लौडा उसकी चुत मे समा गया.

’मर गइ रे, मादरचोद्. मेरी चुत फाड दी साले भडवे. निकाल अपना मूसल मेरी चुत से, बेनचोद’ वो चिल्लाने लगी. मैने उसकी दोनो टांगे जोर से पकड रखी थी इस लिय वो हिल नही पा रही थी.

‘चुप कर रंडी. बूरचोदी कही की.’ मै थोडी देर ऐसे ही खडा रहा. फिर मैने धीरे ध्रीरे उसके कुल्हे सहलाए. एक हाथ से कुल्हे और दुसरे से उसके बोबे सहलाने लगा. अब भी मेरा पुरा का पुरा लौडा उसमी पिकी मे था. उसकी चुत का मुह पुरा अंग्रेजी ‘ओ’ की तरह हो गया था. थोडी देर बाद उसका दर्द कम हो गया और मेरे सहलाने से वो और उत्तेजीत होती गइ. मै उसके सारे बदन पर प्यार से हाथ फेर रहा था.

थोडी देर बाद वो बोली ‘अब चोदोगे भी या ऐसे ही खडे रहोगे’

मै मुस्काराया और लंड एक इंच बाहर निकाल कर फिर अन्दर डाल दिया. उसने कुल्हे उपर किये. मैने अब धिरे धिरे उसने चोदना शुरु किया. वो भी गांड हिला के चुदाइका मजा लेने लेगी. मै पुरा लौडा बाहर निकाल कर एक ही झटके मे पुरा अंदर डाल देता था. जब पुरा लंड अन्दार चला जाता तो मेरे बडे बडे पेल्हड उसकी गुलाबी गांड के छेद से टकराते थे. मै पुरे जोर जोर से झटके दे के उसे चोदने लगा. वो भी कमर हिला हिला कर और कुल्हे उछाल के चुदवाने लगी.

‘और जोर से चोद मादरचोद, डाल पुरा का पुरा लौडा मेरी चुत मे और बना दे मेरी भोसडी का भोसडा, बेनचोद साला’ वो अब काफी गरम हो गइ थी.
  
’ले साली ले मेरा लौडा तेरी चुत मे’ कहते हुए मैने उसकी कमर दोनो हाथो से पकडी और 8 – 10 जोरदार धक्के पुरा लंड अन्दर बाहर कर के लगाये. उसने अपनी दोनो टांगे मेरी कमर पर भीडा दी और तेजी से कुल्हे उठा उठा के मेरा लौडा पिकीमे लेने लगी. कुछ ही देर के बाद उसने मुझे टाइट पकड लिया. मेरे दोनो हाथ के अपने हाथोसे पकड कर वो टेबल पर थोडी उपर हो गइ. उसकी चुत एक्दम टाइट होने लगी, ऐसा लगा जैसा किसीने मेरा लंड मजबूतीसे हाथमे पकड लिया हो.

’ओह्हाआआ... चोद मुजे, जोर जोर से चोद...’ को चील्लाइ. मैने भी पुरी ताकत से चोदना चालु रक्खा और उसे एक जोरदार क्लाइमेक्स आ गया. उसकी चुत मे जैसे पानी का पूर आ गया. उसने कुछ देर के लिये मुझे अपनी टांगो और हाथो से जोर से पकड से रखा. उसकी कमर ने कुछ जोरदार झटके दिय और फिर वो ढीली हो कर टेबल पर लेट गइ. उसका पसिना छुट रहा था जिससे उसके मखमली बोबे चमक रहे थे.

‘माय, गोड, आजतक कभी मुजे ऐसा जोरदार क्लाइमेक्स नही आया, सर’ उसने होश सम्हालते हुए कहा.’आइ एम सोरी सर, मै दर्द और उत्तेजना म आपको न जा ने क्या क्या बोल गइ’

‘अरे कोइ बात नही. और चुदाइ का मझा तो गंदी गंदी गालिया बोलने से और भी ज्यादा आता है. और मै ने भी तो तुमे रंडी कहाँ है ना’ मैने उसे कहा और फिर से उसे चोदने लगा.

’सर, आज से मै सच मे आपकी रांड हु. जब जी चाहे मेरी चुत ले लेना’ वो फीर गरम हो रही थी. थोडी देर बाद मैने अपन लंड उसकी चुत से नीकाल लिया.

’क्यु, क्या हुआ? चोदो ना ...’ वो बोली.

’अरे चोदुगा, लेकीन अब दूसरी तरह से’

मैने उसे टेबलसे उठाया और घुमा कर टेबल के सहारे झुका दिया. उसकी ग़ांड और चुत बाहर निकल आये. मैने पिछे सी लौडा उसकी चुत मे डाल दिया और चुदाइ शुरु कर दी.

‘ओह, मैने फिल्म मे ऐसे चुदती हुइ लडकिया देखी थी, लेकिन कभी ऐसे किसी ने नही चोदा मुजे’ वो बोली ‘ बहुत मझा आ रहा है, सर, और जोर से चोदो मुजे’ वो अपनी गांड पिछे कर कर के खुद ही चुदने लगी. मैने उसके एक हाथ से उसमे एक बोबेको पकड कर बूरी तरह से मसल दिया और दुसरे हाथ से एक थप्पड उसके गोरे गोरे कुल्हे पर लगा दी.

‘उइइइइइ...’ वो मिठी दर्द से चिल्लाइ और अपनी चुत को मेरे लंड पर भिंच दी. मैने दो-तीन और थप्पड उसके कुल्हे पर मारे. उसके गोरे गोरे कुल्हे लाल हो गये.

वो फिर से चिल्लाइ ‘भडवे साले, चुत मार रहा है ये क्या कम है के मेरे चुतड के पिछे पडा है’.

वो एकदम उत्तेजीत हो रही थी. मैने उसमी कमर पकड कर जोरदार चुदाइ शुरु कर दी. उसकी चुत सचमे लाजवाब थी. एक बार छुट जाने के बाद भी काफी कडक थी. बिच बिच मे उसके कुल्हे पर थप्पड भी मार रहा था. वो अब चरम सीमा पर थी. मैने कुछ और जोरदारा धक्के लगाहये. उसने अपना एक हाथ अपनी टांगोके बिच मे डाल कर मेरे पेल्हड पकड लिये और जोर से ऐसे खिंचा की जैसे पुरा लौडा और पेल्हड अपनी चुत् मे लेना चाहती हो. मै पुरा लौडा उसकी पिकी मे घुसाके रुक गया और उसे एक और क्लाइमेक्स आया. उसने अपनी ग़ांड और पिछे दाबाइ. उसकी कमर ने कुछ जोरदार झटके दिये और उसकी चुत ने पानी छोड दिया. उसकी चुत का पानी बाहर निकल कर उसकी जांघो पर रिस रहा था. मेरे पल्हड भी उसके चुत-रस से भीग रहे थे. कुछ देर बाद उसने मेरे पेल्हड छोड दिय और टेबल पर अपना शरीर ढीला छोड दिया.

’ओह्ह्ह... सर, आप कमाल हे. मुजे कभी एक ढंग का क्लाइमेक्स भी नही आता. और आज् दो दो और बो भी ऐसे चुत-फाड क्लाइमेक्स... ओह, माय् गोड. ऐसी चुदाइ तो कभी नही हुइ’ वो हांफती हुए बोली.
’अरे मै तो ऐसे ही चोदता हु तेरे जैसी रंडीओ को. चल अब मेरे लौडे की गरमी निकालता हु’ कहकर मैने उसकी कमर दोनो हाथो से पकदे और जोर जोर से चोदने लगा. वो अब तक की चुदाइ से काफी थक चुकी थी.

‘सर, प्लीज, अब निकाल लो ना, चुत मे दर्द हो रहा है’

’अरे, ये क्या बात हुइ. तुमने तो दो दो बार मजे ले लिये अब मेरे लौडेका पानी क्या तेरी मां की चुत मे निकालु?, साली रांड’ कहकर मैने चार-पांच थप्पड जोर से उसके चुतड पर मारे और उसकी कमर दोनो हाथोसे पकड कर जोर जोर से चोदने लगा. वो अब दर्द से चिल्ला रही थी. लेकीन मै अब रुकने वाला नही था और मैने ऐसे ही उसकी चुत की चुदाइ चालु रखी. उसका पुरा बदन पसीने से नहा रहा था.

थोडी देर बाद वो बोली ‘सर, प्लीझ, निकाल लो, अब बर्दास्त नही होता. प्लीईईईझ.....’

मै भी अब काफी उत्तेजीत हो गया था. मैने कहा ‘एक शर्त पर निकालु’

’मुजे आपकी हर शर्त मंजुर है’ वो हाफती हुइ बोली.

’मेरा विर्य अपने मुह मे चुस चुस कर निकालना होगा’ मैने उसकी चुत मे एक और धक्का मारते हुए कहा.

’मुझे मंझुर है’ वो बोली.

’और एक घंटे बाद मै फिर से तुमे चोदुगा और तुमारी ग़ांड मारुगा’ मैने दो तेज झटके और उसकी चुत मे लगाये.

’वो भी मंजुर है’ उसके पास और कोइ चारा ही नही था.

मैने अपना लौडा उसकी चुत से निकाल लिया. वो खडी हुइ और अपने घुटनो के बल मेरे सामने बैठ गइ. मेरा 8 इंच लौडा उसके चुत-रस से चमक रहा था. उसने प्यार से उसे पकडा और मुह मे लेके चुस ने लगी. दुसरे हाथ से को मेरे पेल्हडको मसल रही थी. उसने एक उंगली मेरी गांड मे भे डाल दी. उसे पता था की ऐसा करने से मेरा विर्य जलदी निकलेगा. थोडी देर बाद मेरा लंड पुरा टाइट हो गया. वो मेरा विर्य पीने के लिये तैयार थी लेकिन मै अपने लौडे से विर्य निकलना और वो उसके मुह मे और उसके चेहरे पर गिरना देखना चाह्ता था. मैने एक हाथ से उसके बाल पकडे और लौडा उसके मुह से निकाल कर अपने हाथे से मुठियाने लगा. मैने उसे अपना मुह पुरा खुला रखने के लिय कहा. थोडी ही देर मे मेरे लंड्से गरम गरम विर्य की धार निकल पडी. मेरी बीवी 8 – 10 दीनो से घर पर नही होने से मेरे पेल्हड मे काफी विर्य जमा हुआ था, इस लिये मेरे लौडे ने विर्यकी 10 – 12 पिचकारिया छोडी. पहेली दो-तीन पिचकारी मैने उसमे मुह मे ही जाने दी. फिर बाकी उसके सारे चेहरे पर और कुछ उसके बोबे पर जाने दी. वो कुछ समजे उसे पहले मैने फिर से लंड उसमे मुह मे डाल कर हाथसे उसका मुह बंध कर दिया. उसको मुह मे भरा मेर विर्य पीना ही पडा और फिर उसने चुस चुस कर आखरी बुंद तक विर्य मेरे लौडे से खिंच लिया.

फिर मैने अपने ही हाथो से उसके चेहरे पर और उसके मांसल बोबे परे विर्य मल दिया.

मेरा हाथ गिला हो गय था.

ओह, तभी मेरी निंद खुल गइ और मैने दखा की मेरा दाहिना हाथ मेरी चुत पर था और निंद मे ही मेरी चुत ने पानी छोड दिया था और मेरा हाथ उस पानी से पुरा गिला हो चुका था.
बेचारी सपना मेरे सपने मे ही मेरे से चुद गइ.

3 comments:

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  2. Wah wah gujju girl.... Hopeu to mail me.. M frm same city of urs... My id... Ronaldino_patel... @ yahooooo... .co.in... I guess ids r not allwd so writtn a bit diffrnt..

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  3. Hi.....

    I just came across this blog.

    Erotic post...!!!

    I was wondering why no posts since almost a year ??

    Keep posting....!!!

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